मुंबई सहित 50 से अधिक बम धमाकों का आरोपी है 'डॉक्टर बम', गिरफ्तारी के बाद लाया गया सामने,

डॉक्टर बम के नाम से मशहूर 1993 मुंबई बम ब्लास्ट के आरोपी जलीश अंसारी को यूपी एसटीएफ ने शुक्रवार को कानपुर नगर से गिरफ्तार कर लिया। वह 21 दिन की पैरोल समाप्त होने से ठीक एक दिन पहले फरार हो गया था। यूपी डीजीपी ने प्रेस कांफ्रेंस कर ये जानकारी दी और उसे मीडिया के सामने लाया गया। (प्रेस कांफ्रेस में लाया गया जलीश अंसारी)


बता दें कि जलीश मुंबई सीरियल ब्लास्ट 1993, राजधानी एक्सप्रेस ब्लास्ट, पुणे सीरियल ब्लास्ट सहित 90 के दशक में 50 से अधिक बम धमाकों की साजिश रचने और उन्हें अंजाम देने का आरोपी है। वह वर्ष 1993 मुंबई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस में कोटा एवं कानपुर के ब्लास्ट मामले में सेंट्रल जेल अजमेर में न्यायिक अभिरक्षा में निरूद्घ था और आजीवन सजा काट रहा था।


26 दिसंबर 2019 को वह पैरोल पर जेल से छूटा और पैरोल खत्म होने से एक दिन पहले फरार हो गया। जिसे लेकर 16 जनवरी की रात पूरे देश में रेड अलर्ट जारी किया गया। जिस पर यूपीएसटीएफ ने संतकबीरनगर, बस्ती, कानपुर नगर और लखनऊ के पुलिस अधीक्षकों और जीआरपी थानों से समन्वय कर सघन तलाशी अभियान चलाया। उसके नेपाल भागने की संभावना को देखते हुए नेपाल सीमा से सटे यूपी के जिलों के पुलिस अधिकारियों व एसएसबी की भी मदद ली गई।



इस दौरान यूपी एसटीएफ मुख्यालय लखनऊ स्थित टीम के उपाधीक्षक प्रमेश कुमार शुक्ल को जलीश के कानपुर में होने की सूचना प्राप्त हुई। मौके पर पहुंची एसटीएफ टीम ने उसे कानपुर के फेथफुलगंज से गिरफ्तार कर लिया गया। जलीश के पास से एसटीएफ को 47 हजार रुपये नकद, आधार कार्ड, मोबाइल फोन और पॉकेट डायरी बरामद हुई।

 


पूछताछ में जलीश ने बताया कि वह 1992 में बांग्लादेश के रास्ते भारत में दाखिल हुआ। इसके पहले पाकिस्तान में आतंकी प्रशिक्षण प्राप्त किया। जलीश भारत में सिमी, हुजी, इंडियन मुजाहिदीन के साथ मिलकर बम धमाकों को अंजाम देता था। वह टीएनटी और टाइमर बम का विशेषज्ञ है। एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद जलीश को लखनऊ में प्रेस कांफ्रेंस कर मीडिया के सामने पेश किया गया।


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