क्या 2021 में भाजपा सरकार अल्पमत में आ सकती है और कुछ ख़बरों के मुताबिक बिहार के विधानसभा के चुनाब के बाद सरकार गिर भी सकती है कैसे?भाजपा के के अन्दर ही सी ए ए बिल का बहुत भारी विरोध हो रहा है कुछ पुराने भाजपा नेता इस बिल को अमित शाह कि सिर्फ ज़िद्द बता रहे है एक बहुत ही पुराने औऱ वरिष्ठ भाजपा के नेता के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी भी इसके समर्थन में नही है भाजपा में 87 दलित सांसद है जो अंदर ही अंदर इस बिल का विरोध कर रहे सारे दलित सांसद सही समय का इंतज़ार कर रहे है भाजपा के एक दलित सांसद तो बिहार से आते है अपना नाम न बताने पर कहा है कि अगर भाजपा बिहार विधानसभा का चुनाब हार गई तो 87 दलित सांसद एक साथ इस्तीफ़ा दे सकते है अगर ये सच हो गया तो भाजपा सरकार अल्पमत में आ सकती है और सरकार गिर भी सकती है सवाल ये की सारे दलित सांसद इस्तीफा क्यो देंगे भाजपा सरकार की जो छवि बनती जा रही वो दलित और गरीब विरोधी है सांसदों को जनता के सामने जाने में बड़ी कठिनाई हो रही है दलित की नाराजगी सांसद लेना नही चाहते औऱ सत्ता के गलियारों से खबर ये भी आ रही है कि सी ए ए और सरकार की नीतियों की बजह से भारत की छवि दुनिया भर में एक कट्टर राष्ट्र की बनती जा रही है जिससे उद्योगपति बहुत नाराज है उन्हें व्यापर में रोज नही परेशानी आ रही है कुछ बडे उद्योपतियों में रायशुमारी बनती जा रही है कि सरकार को हटाया जाय गिरती अर्थब्यवस्था ख़स्ता उद्योग रोज नई परेशानी खड़ी कर रहे है अगर ऐसा हुआ तो ये सरकार 2 साल के अन्दर अपदस्थ की जा सकती है ।
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