लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमला नपुंसकता को दर्शाता है-सुरेन्द्र अग्रहरि
(दुद्धी)सोनभद्र- लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमला करना किसी की भी नपुंसकता को दर्शाता है चाहे वह किसी भी संगठन या समुदाय का हो क्योंकि लोकतंत्र का एक सजग प्रहरी बनकर यह वर्ग जनता के सामने सच को लाने का प्रयास करता है और उसके द्वारा यदि जो कुछ भी घटना के बारे मे उसके जिम्मेदार व्यक्तियों से कोई बयान लिया जाता हैं तो यह उसकी(पत्रकार की)जिम्मेदारी बनती हैं कि वह इस तरह का बयान ले ताकि सच को दिखा सके यदि नही दिखाता है तो उसको पत्रकार कहलाने का कोई हक नहीं है ,इसलिए पत्रकार किसी भी घटना, दुर्घटना पर किसी भी संगठन के लोगो से कोई सवाल कर सकता है । उक्त बातें भारतीय जनता पार्टी के पूर्व जिला महामंत्री डीसीएफ चेयरमैन सुरेन्द्र अग्रहरि ने कही।उन्होंने कहा कि रिपब्लिक भारत के चीफ अर्नब गोस्वामी द्वारा महाराष्ट्र के पाल घर में हुई साधुओं की हत्या के बाबत जब सोनिया गांधी जी से जानकारी चाही गई ,इस पर भड़के यूथ कांग्रेस के कार्यकर्त्ताओं द्वारा उनके ऊपर हमला करना एक साजिश है ।यह तो लोकतंत्र की हत्या करने का प्रयास है ।यह किसी भी स्थिति में उचित नहीं है ।भाजपा दुद्धी के मंडल उपाध्यक्ष धनंजय रावत, सुभेष मौर्या , पूर्व मंडल अध्यक्ष अजय प्रसाद,युवा मोर्चा के पूर्व जिला मन्त्री मोहित अग्रहरि,जय बजरंग अखाड़ा समिति के अध्यक्ष कमलेश सिंह कमल ने भी रिपब्लिक भारत के चीफ अर्नब गोस्वामी के ऊपर हुए हमले की तिखी निन्दा की है ।ऐसे संगठनों को प्रतिबन्धित करने की माँग की है।
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