प्रवासी कामगारों ने स्टेशन पर जमकर की तोड़फोड़, डीएम और एसपी पहुंचे
कानपुर। लॉकडाउन में अपने घर वापसी कर रहे प्रवासी कामगार लंबा सफर के बाद भी भोजन पानी न मिलने से परेशान हो रहे हैं। ऐसे में उनका सब्र भी टूट जाता है और शारीरिक दूरी के नियमों को दरकिनार कर मारपीट करने में आमदा हो जाते हैं। इसी कड़ी में कानपुर के बाद शनिवार को उन्नाव में भी प्रवासी कामगारों ने भोजन को लेकर स्टेशन पर जमकर उत्पात मचाया। प्रवासियों ने स्टेशन पर तोड़फोड़ की और भोजन की मांग करते रहे। इसके बाद जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक मौके पर पहुंचे तब जाकर मामला शांत हुआ और श्रमिक स्पेशल ट्रेन को रवाना किया जा सका।
लॉकडाउन और भीषण गर्मी के बीच किसी तरह से श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से प्रवासी अपने घर को वापसी कर रहे हैं। यहां घंटों की यात्रा के बाद ट्रेन में न पानी का इंतजाम न हीं भोजन की व्यवस्था से कामगार परेशान हो रहे हैं। इन्हीं सबसे परेशान यात्रियों ने शनिवार को उन्नाव रेलवे स्टेशन पर जमकर हंगामा कर दिया। श्रमिक स्पेशल ट्रेन के यात्रियों ने स्टेशन पर जमकर तोड़फोड़ की। सैकड़ों की संख्या में यात्रियों ने स्टेशन पर उत्पात मचाया।
जान बचाकर भागे रेल कर्मी
भोजन को लेकर परेशान कामगार श्रमिकों ने ईंट-पत्थर चलाकर स्टेशन मास्टर के कमरे के दरवाजे, शीशे तोड़ डाले। गुस्साई भीड़ देख रेलकर्मी जान बचाकर भागे। वहीं स्टेशन मास्टर को चोट आई है। स्टेशन पर आरपीएफ और जीआरपी समेत भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
डीएम और एसपी पहुंचे
एसपी विक्रांत वीर ने बताया कि श्रमिक स्पेशल ट्रेन बेंगलुरू सिटी से डींग गोपालापुरम हाल्ट जा रही थी। भोजन व पानी को लेकर श्रमिक उग्र हो गये थे और स्टेशन प्रबंधन के सहयोग से यात्रियों को शांत कराकर ट्रेन को रवाना कर दिया गया है।
कानपुर में चले थे जमकर लात घूसे
बताते चलें कि शुक्रवार को अहदाबाद से बिहार जा रही श्रमिक स्पेशल ट्रेने कानपुर सेंट्रल स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर आठ पर रुकी थी। इस दौरान रेल कर्मी उन्हे लंच पैकेट लेकर पहुंचे तो लंच पैकेट को लेकर ऐसी भगदड़ मची कि आपस में ही जमकर लात घूसे चलने लगे। इसके साथ ही रेलवे कर्मियों को भी पीटा गया और लंच पैकेट प्लेटफार्म पर फैल गये, जिससे कुछ ही लोगों को भोजन नसीब हो पाया था।
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