पश्चिम बंगाल की प्रसूता को अस्पताल पहुंचा ह्यूमन काइंड वेलफेयर ने बचायी दो जिंदगियां


- गुजरात से परिवार के साथ आ रही थी प्रसूता
- जच्चा व बच्चा सुरक्षित, वापस भेजे गये पश्चिम बंगाल

कानपुर। लॉकडाउन में रोजगार छिनने से प्रवासी कामगार इन दिनों बराबर अपने घर की वापसी कर रहे हैं। इस दौरान रास्ते में उन्हे तमाम दुश्वारियों का सामना भी करना पड़ रहा है। ऐसे में कानपुरवासी नेशनल हाइवे में बराबर प्रवासियों की मदद भी कर रहे हैं। इसी क्रम में ह्यूमन काइंड वेलफेयर ने पश्चिम बंगाल से आ रही प्रसूता की भीषण दर्द में तत्काल मदद की और अस्पताल पहुंचाया, जिसके चलते प्रसूता और नवजात दोनों की जिंदगी बच गयी और दोनों को सकुशल पश्चिम बंगाल भेज दिया गया।

लॉकडाउन के दौरान निरंतर जनहित के सराहनीय कार्यों को कर रहे ह्यूमन काइंड वेलफेयर के सदस्यों ने मानवता की एक अनूठी मिसाल को पेश किया। ज़ियाउल (भोजयर, ज़िला इस्लामपुर, पश्चिम बंगाल) में रहने वाला एक श्रमिक जो अपनी गर्भवती पत्नी व परिजनों के साथ अहमदाबाद (गुजरात) में रहकर मजदूरी का कार्य करता था। लॉकडाउन लागू के बाद बेरोजगार हुआ यह श्रमिक मजबूरीवश अपनी गर्भवती पत्नी व परिवारजनों संग बस द्वारा अपने घर वापस जा रहा था। बस अभी लखनऊ हाइवे में कानपुर के जाजमऊ चेकपोस्ट पहुंची ही थी कि प्रवासी की गर्भवती पत्नी को प्रसव पीड़ा होने लगी। महिला की गंभीर हालत को देखकर बस चालक द्वारा तत्काल बस को जाजमऊ चेकपोस्ट पर रोक दिया गया और आस - पास के लोगों से मदद की मांग की गयी। जाजमऊ चेकपोस्ट पर प्रतिदिन की भांति प्रवासी श्रमिकों को राहत सामग्री वितरित कर रहे ह्यूमन काइंड वेलफेयर के सदस्यों को जैसे ही सूचना प्राप्त हुई वे सभी तत्काल उस गर्भवती महिला को अपने वाहन से समीप में स्थित एक निजी अस्पताल लेकर गए। अस्पताल के कर्मचारियों ने उस गर्भवती महिला की गंभीर अवस्था को देखने के बाद भी उनको अपने अस्पताल में दाखिल करने से साफ़ मना दिया तो ह्यूमन काइंड वेलफेयर के सदस्यगण तत्काल उस महिला को डफ़रिन अस्पताल लेकर आये और उनको यहां दाखिल कराया। लगभग आधे घंटे बाद उस महिला द्वारा सामान्य रुप से एक बच्चे को जन्म दिया गया। प्रसव के पश्चात अस्पताल के चिकित्सकों द्वारा महिला व उसके नवजात शिशु की स्थिति सामान्य होने पर उस महिला को घर जाने की अनुमति प्रदान करने पर ह्यूमन काइंड वेलफेयर के सदस्यो ने महिला की समस्त दवाओं व खाने-पीने की वस्तुओं का प्रबंध कर वापस अपने वाहन द्वारा जाजमऊ चेकपोस्ट पर उनकी बस तक पहुंचाया। इस नेक कार्य के लिए उस महिला के समस्त परिजनों और बस में सवार सभी यात्रियों द्वारा ह्यूमन काइंड वेलफेयर के सभी सदस्यो के अभूतपूर्व प्रयासों की भूरि-भूरि सराहना कर आभार व्यक्त किया गया। ह्यूमन काइंड वेलफेयर के सदस्यो में प्रमुख रुप से मोहम्मद शकील, अहमद गाजी, सैय्यद अबरार, अबुल हसन, अशफाक सिद्दीकी व सैय्यद असरार शामिल थे।   


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