कानपुर।सूक्ष्म और लघु उद्यमों (एमएसई) के प्रचार, वित्तपोषण और विकास में संलग्न प्रमुख वित्तीय संस्था भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (सिडबी) राष्ट्रीय संकल्प के प्रति उत्तरदायी होकर मुख्यमंत्री राहत कोष में 5 करोड़ रुपए का दिये। पी एम केयर फंड में 15 करोड़ रुपये के बाद तथा माइक्रो, स्मॉल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज (एमएसएमई) को विशेष तरलता समर्थन और नोवेल कोरोना की लड़ाई के लिये अपने स्वावलंबन शैक्षणिक केंद्र को संगरोध की सुविधा हेतु इस्तेमाल के लिए देने के बाद सिडबी द्वारा किया गया। सिडबी ने यह भी स्पष्ट किया है कि वर्तमान में उनके पास ऐसी कोई ऋण योजना नहीं है जहां वे महिला उद्यमियों को 10 लाख सुरक्षा मुक्त ऋण प्रदान करता है।इसके साथ ही, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में स्टार्टअप्स को स्थापित करने और बढ़ावा देने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार के 'यूपी स्टार्टअप फंड'की पहली किस्त के रूप में सडबी को 15 करोड़ रुपये का चेक सौंपा।यह कोष उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा यूपी आईटी एंड स्टार्ट-अप नीति 2017 के तहत रु 1,000 करोड़ की प्रारंम्भिक निधि से स्थापित किया गया था। उक्त निधि के प्रबंधन का कार्य सिडबी द्वारा पेशेवर तरीके से किया जाएगा। सिडबी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक मोहम्मद मुस्तफा कहा हमारे माननीय मुख्यमंत्री ने कोविड-19 संक्रमण की श्रृंखला को तोड़ने के लिए विभिन्न उपाय किए हैं। हम सक्रियता के साथ लगातार क्रियाशील बने रहने के लिए भरपूर प्रयास करेंगे। हम भारत सरकार की ओर से स्टार्टअप्स के लिए 10,000 करोड़ रुपए के फंड ऑफ फंड्स (एफ़एफ़एस) का प्रबंधन भी कर रहें हैं। इस संबंध में, राज्य विशिष्ट निधियों ने अपने राज्यों में फंड ऑफ फंड्स के संचालन के साथ-साथ राज्य विशिष्ट स्टार्टअप्स में प्रत्यक्ष निवेश के माध्यम से अपने राज्यों में स्टार्टअप के समर्थन के उद्देश्य से स्वयं को एफएफएस के साथ जुड़ने में भी रुचि दिखाई है। यूपी स्टार्टअप फंड यह उत्तर प्रदेश सरकार का संचालित होने वाला सर्वप्रथम फंड है। हमारा मानना है कि उत्तर प्रदेश सरकार के इस कदम से राज्य में योग्य स्टार्टअप्स को बढ़ावा मिलेगा।
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