कानपुर। 1971 के भारत पाकिस्तान युद्ध में मुख्य भूमिका निभाने वाले युद्धक टैंक विजयंता को स्मारक के तौर पर फील्ड गन फैक्ट्री कानपुर के मुख्य द्वार पर रखा गया है जिसका उद्घाटन आयुध निर्माणी बोर्ड के चेयरमैन हरिमोहन तथा फील्ड गन फैक्ट्री के महाप्रबंधक अनिल मोहन की उपस्थिति में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा किया गया इस अवसर पर चेयरमैन हरि मोहन ने विजयंता टैंक के बारे में बताया कि इसका निर्माण हैवी व्हीकल फैक्ट्री अवॉडी चेन्नई में किया गया था भारतीय सेना को 2200 टैंक दिए गए थे इन टैंकों ने 1971 के भारत पाकिस्तान युद्ध में मुख्य भूमिका निभाई थी और दुश्मन को पराजित होने को मजबूर कर दिया था उन्होंने बताया कि इसकी मारक क्षमता 4000 मीटर थी और गति 50 किलोमीटर प्रति घंटा थी इसकी मुख्य विशेषता इसमें लगी हुई एंटी एयरक्राफ्ट गन थी जिसने युद्ध में भारी अंतर पैदा किया इसको स्मारक के तौर पर यहां स्थापित किया गया है जिससे लोग इसके बारे में याद रख सकें और ज्यादा से ज्यादा जानकारी जुटा सकें उद्घाटन समारोह में प्रमुख रूप से अपर महाप्रबंधक आरके सागर पीएस बंधोपाध्याय दिनेश सिंह राजीव जैन संयुक्त महाप्रबंधक एमके मौर्या राहुल यादव भानु प्रताप डॉ मोहित मैथानी आदि लोग उपस्थित रहे।
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