कानपुर। कोरोना वायरस की वजह से लॉकडाउन के कारण काम-धंधे पूरी तरह बंद हो चुके हैं। अधिकतर लोगों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। इस मुश्किल घड़ी में अभिभावकों के सामने बच्चों की स्कूल फीस जमा करने का गंभीर संकट खड़ा हो गया है।अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल कानपुर ग्रामीण महिला जिला अध्यक्ष मिथलेश गुप्ता ने बताया कि इस समय देश वैश्विक महामारी का रोना से जूझ रहा है। इसकी वजह से तमाम उद्योग धंधे ठप पड़े हैं। इसके चलते लोगों की आर्थिक स्थिति बेहद खराब है। उनका कहना कि इस दौरान अधिकांश स्कूल प्रबंधकों द्वारा अभिभावकों को फीस जमा करने के मैसेज भेजकर दबाव बनाया जा रहा है। उन्होंने कहां मौजूदा समय में सरकार ने जहां बैंकों को तीन महीने तक ईएमआई पर टैक्स नहीं लेने का आदेश जारी किया है, वैसे ही जल्द से जल्द स्कूलों को फीस न लेने का निर्देश देना चाहिए। अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल कानपुर ग्रामीण महिला सदस्य अंबुज मिश्रा ने कहा लॉकडाउन के इस समय में नौकरीपेशा, व्यवसायी, रोजनदारी पर काम करने वाले सभी घर पर बैठे हैं। इसलिए लोगों के पास फीस देने के लिए पैसे नहीं हैं। शासन को फीस माफ करनी चाहिए।
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