कानपुर / नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया एनपीसीएल ने बताया कि भीम ऐप का कोई भी डेटा लीक नहीं हुआ है। तथा लोगों से इस तरह की अफवाह पर विश्वास न करने के लिए कहा।एनपीसीएल ने हाल में आई खबरों की एक अग्रणी डिजिटल रिस्क मॉनिटरिंग फर्म द्वारा एक स्वतंत्र जाँच की, जिसने इस बात की पुष्टि की कि भीम ऐप के खिलाफ उड़ाई गई यह अफवाह गलत है। भीम ऐप से कोई भी डेटा लीक नहीं हुआ है।सीएससी ई-गवर्नेंस सर्विसेस इंडिया लिमिटेड 2018 में एक प्रोजेक्ट पर काम कर रहा था, जिसका उद्देश्य ग्रामीण स्तर पर उद्यमियों को डिजिटल पेमेंट्स के लिए शिक्षित व सक्रिय करना एवं उन्हें मर्चेंट वर्चुअल पेमेंट एड्रेस (वीपीए) के निर्माण पर शिक्षित करना था। इनमें से अधिकांश वीपीए वैध यूपीआई आईडी नहीं थे।इसके अलावा, यूपीआई आईडी एक वर्चुअल आईडी/टोकन है, जो वास्तविक अकाउंट विवरण की जगह दिया जाता है और सुविधाजनक तरीके से शेयर किया जाता है। इस यूपीआई आईडी का उपयोग पैसे लेने के लिए किया जा सकता है। यूज़र अपना यूपीआई आईडी भुगतान करने वाले को देता है और पैसा सीधे अपने बैंक खाते में प्राप्त करता है। यह मर्चेंट द्वारा इस्तेमाल किया जाने वाला स्टैंडर्ड फीचर है, जो यूपीआई का उपयोग कर केवल पैसे प्राप्त करते हैं।एनपीसीआई अपने इन्फ्रास्ट्रक्चर की सुरक्षा के लिए उच्च स्तर की सिक्योरिटी एवं इंटीग्रेटेड दृष्टिकोण का पालन करता है, जिससे एक मजबूत पेमेंट ईकोसिस्टम के तहत काम हो सके।
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