- वीडियो 19 मार्च से पहले का है, जब भारत में कोविड-19 के सिर्फ 151 केस थे
- मार्च में WHO का भी यही कहना था कि स्वस्थ लोगों के लिए मास्क पहनना अनिवार्य नहीं है
सोशल मीडिया पर सरकारी विज्ञापन का एक वीडियो वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में एक महिला डॉक्टर कुछ लोगों को यह समझाती दिख रही हैं कि सभी के लिए मास्क पहनना अनिवार्य नहीं है। मास्क उसी सूरत में पहना जाना चाहिए जब आप अस्पताल जाएं या फिर किसी बीमार व्यक्ति की देखभाल कर रहे हों।
सोशल मीडिया पर यूजर इस वीडियो को शेयर करते हुए कह रहे हैं कि सरकार के नियमों के मुताबिक स्वस्थ लोगों के लिए मास्क पहनना अनिवार्य नहीं है। नाइन वन टाइम्स के पाठक ने हमारी फैक्ट चेक टीम के वॉट्सएप नंबर पर यह वीडियो पड़ताल के लिए भेजा।
भारत में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 31 लाख के पार पहुंच गई है। वायरस को हराने वाली वैक्सीन न आने तक सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क को ही संक्रमण से बचने का कारगर उपाय माना जा रहा है। इस बीच सोशल मीडिया पर मास्क से जुड़े कई भ्रामक दावे किए जा रहे हैं।
वीडियो के स्क्रीनशॉट को गूगल पर रिवर्स सर्च करने से हमें उज्जेन कलेक्टर के फेसबुक पेज पर 19 मार्च, 2019 को पोस्ट किया गया एक वीडियो मिला। ये वही वीडियो है जिसे हाल का बताकर सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है।
- ये तो स्पष्ट हो गया कि वीडियो पांच महीने पुराना है। लेकिन, अब भी हमारे सामने ये सवाल था कि कि पांच महीने पहले भी सरकारी विज्ञापन में यह क्यों कहा जा रहा है कि सभी के लिए मास्क पहनना अनिवार्य नहीं है ? इस सवाल का जवाब हमें पड़ताल के अगले चरण में मिला।
- वीडियो 19 मार्च, 2020 से पहले का है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ( WHO) द्वारा जारी किए गए बुलेटिन के मुताबिक 19 मार्च को भारत में कोविड-19 संक्रमण के सिर्फ 151 मामले थे। वहीं दुनिया भर में कोविड-19 के 2 लाख पॉजिटिव केस थे। जाहिर है स्थिति उतनी गंभीर नहीं थी जितनी आज है। वर्तमान में अकेले भारत में ही कोविड-19 से संक्रमित मरीजों की संख्या 31 लाख के पार पहुंच चुकी है।
- मार्च में संक्रमण की स्थिति गंभीर नहीं थी। यही वजह है कि WHO ने 6 मार्च, 2020 को जारी किए एक बयान में कहा था कि स्वस्थ लोगों के लिए मास्क पहनना अनिवार्य नहीं है।
Comments
Post a Comment