आदमी की पहचान आधार कार्ड से ही सारे कार्य नहीं बना पा रहा डाकघर



  • प्रधान डाकघर में बनाए जा रहे हैं आधार कार्ड में भी फिक्स होता है कि 1 दिन में कितने बनेंगे काफी लोगों को मायूस होकर लौटना भी पड़ता है


सरसौल। वैसे तो सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देश के अनुसार आधार कार्ड के बिना आदमी की पहचान नहीं बताई जा सकती है आधार कार्ड से ही सारे कार्य हो रहे हैं राशन से लेकर बैंक तक हर जगह सबसे पहले आधार कार्ड की मांग की जाती है लेकिन ऐसे काफी क्षेत्र है जहां पर आधार कार्ड बने ही नहीं है या फिर आधार कार्ड में कुछ गलत है तो उसको सही कराने के लिए लोग शहर के चक्कर काट रहे हैं।

प्रधान डाकघर में बनाए जा रहे हैं आधार कार्ड में भी फिक्स होता है कि 1 दिन में कितने बनेंगे काफी लोगों को मायूस होकर लौटना भी पड़ता है आधार कार्ड के लिए लोग हफ्तों दौड़ लगाते हैं इसके बावजूद सिर्फ निराशा हाथ लगती है।

आपको बताते चलें कि नर्वल तहसील क्षेत्र के दर्जनों ऐसे गांव हैं जहां पर लोगों के आधार कार्ड नहीं बने हैं आधार कार्ड बनवाने के लिए लोग ग्रामीण क्षेत्र से लगभग 50 किलोमीटर की दूरी पर शहर में स्थित प्रधान डाकघर में आधार कार्ड बनवाने जाते हैं वहां पर भी कभी-कभी लाइन लगाने के बावजूद नंबर नहीं आता या फिर किसी ना किसी बहाने से उनको बाहर कर दिया जाता है।

सरसौल ब्लॉक में आधार कार्ड के लिए सैकड़ों ग्रामीण भटकते नजर आते हैं आपको बताते चलें कि सरसौल डाकघर में आधार कार्ड बनाने की सारी व्यवस्था होने के बावजूद कर्मचारी की कमी होने का बहाना बना देते हैं इसके साथ ही तहसील परिसर नर्वल में भी 6 माह पूर्व आधार कार्ड बनाए जाते थे लेकिन उस पर भी ताला लटक रहा है ऐसे में ग्रामीण क्षेत्र के लोग आखिर क्या करें।

यदि आधार कार्ड नहीं बनवाते हैं तो सारे सरकारी कार्यों से वंचित रह जाते हैं आधार कार्ड का हवाला देकर उनका राशन कार्ड दिया जाता है आधार कार्ड की वजह से उनकी पहचान छुपाई जाती है।

नर्वल तहसील के अंतर्गत किसी भी क्षेत्र में आधार एनरोलमेंट का सेंटर न होने के कारण ग्रामीण आँचल के लोगो को आधार कार्ड बनवाने के लिए काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है 

उन्हें अगर नया आधार कार्ड बनवाना हो या आधार कार्ड में कोई भी परिवर्तन कराना हो तो उसके लिए लगभग 50 किलोमीटर का चक्कर लगाना पड़ता है

लेकिन वहा समय से न पहुंचने में टोकेन मिलना ही मुश्किल हो जाता है।लोगों से हुई बातचीत में सिखटिया गांव की रहने वाली जया शुक्ला ने बताया कि वह लगभग 6 महीने से आधार कार्ड बनवाने के लिए इधर उधर भटक रही है लेकिन आधार सेंटर ना होने की वजह से उन्हें सिर्फ निराशा मिल रही है जिससे उनके कई सरकारी कार्य भी रुके पड़े हुए हैं।

ग्रामीण क्षेत्रों की मांग है कि सरसौल में पोस्ट ऑफिस में तथा नर्वल तहसील परिसर में जो आधार सेंटर बनाए गए थे उन पर पुनः कार्य शुरू हो जिससे ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को आधार कार्ड बनवाने तथा आधार कार्ड में परिवर्तन करवाने में सुविधा मिल सके।

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