- हाथरस घटना को लेकर जहां देश भर में प्रदर्शन जारी है। वहीं, शहर में घटना के प्रति लोगाें में रोष बढ़ता जा रहा है। इसी के चलते महानगर मजिस्ट्रेट सप्तम में परिवाद दाखिल किया गया है। युवती के शव को बिना संस्कार पूर्ण किए स्वजनों की इच्छा के विपरीत रात्रि में जलाने को आधार बनाया गया है। मामले पर अगली सुनवाई 18 अक्टूबर को होगी।
कानपुर: हाथरस में हुई घटना को लेकर पूरे देश में आक्रोश है. जगह-जगह धरना प्रदर्शन कर आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की जा रही है. जिले की एक महिला अधिवक्ता ने हाथरस डीएम, एसपी और एक इंस्पेक्टर के खिलाफ न्यायालय में परिवाद दाखिल किया है. न्यायालय ने परिवाद को स्वीकार करते हुए 18 तारीख को इस मामले में सुनवाई के लिए कहा है.
कानपुर की महिला अधिवक्ता आकांशा सविता ने वहां के डीएम, एसपी और क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर पर आईपीसी की धारा 120बी, 295ए, 406, 304, 147, 148, 219 व 201 के अंतर्गत महानगरीय मजिस्ट्रेट सप्तम में परिवाद दाखिल किया गया. न्यायालय ने परिवाद को स्वीकृत करते हुए 18 तारीख को अगली सुनवाई की तारीख दी है.
परिवाद दाखिल करने वाली महिला अधिवक्ता आकांशा सविता का कहना है कि हिन्दू रीति-रिवाज में दिन में अंतिम संस्कार किया जाता है, लेकिन वहां के डीएम और एसपी ने साक्ष्य छुपाने के लिए उसका अंतिम संस्कार रात में कर दिया.
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