संस्कृत विभाग के शिक्षक डॉ अशोक कुमार शतपथी ने चोरी चौरा दिवस पर स्लोगन तैयार किया हैस्लोगन को तैयार किया. इसमें वीर रस दिखाते हुए राष्ट्रप्रेम के भाव को दिखाएं गया है .इस लोगन में अनुष्टुप छंद की लय है. इससे श्लोक भी तैयार किया जा सकता है.
लखनऊ विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग के शिक्षक डॉ अशोक कुमार शतपथी ने चोरी चौरा दिवस पर स्लोगन तैयार किया है. डॉक्टर अशोक शतपथी बतौर असिस्टेंट प्रोफेसर वर्ष 2011 से लखनऊ विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग में छात्रों को पढ़ा रहे हैं .आपको बता दे कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चोरी चौरा लोगों के स्लोगन को लेकर कई शब्दों को सुझाया था. उन्होंने निर्देश दिया था कि स्लोगन इस तरह से तैयार किया जाए जिसमें राष्ट्रभक्ति व राष्ट्रभावना दोनों ही शामिल हो. इसे लेकर कई बार मुख्यमंत्री ने उच्च अधिकारियों के साथ बैठक भी की थी.
शिक्षक डॉ अशोक कुमार सिंह
लखनऊ विश्वविद्यालय के शिक्षक डॉ अशोक कुमार सिंह ने बताया कि संस्कृति विभाग ने उनको चोरी चौरा दिवस पर लोगों के लिए स्लोगन तैयार करने की जिम्मेदारी दी थी. उनसे कहा गया था कि स्लोगन राष्ट्रभक्ति राष्ट्रभावना युक्त तथा वीर्य रस से जुड़ा होना चाहिए. इसके बाद डॉ अशोक शतपथी ने मुख्यमंत्री की ओर से सुझाए गए शब्दों को ध्यान में रखते हुए वीर रस को दर्शाता स्वारक्त:, स्वाराष्ट्रम, रक्षेत अर्थात अपने रक्त के बलिदान से अपने राष्ट्र की रक्षा करनी चाहिए .स्लोगन को तैयार किया. इसमें वीर रस दिखाते हुए राष्ट्रप्रेम के भाव को दिखाएं गया है .इस लोगन में अनुष्टुप छंद की लय है. इससे श्लोक भी तैयार किया जा सकता है. डॉक्टर शतपथी बताते हैं कि सरकार की ओर से चोरी चौरा दिवस पर जारी किए गए लोगों में उनके स्लोगन को शामिल होना बहुत गर्व की बात है. डॉ अशोक कुमार बताते हैं कि यह मेरे लिए बहुत ही गर्व की बात है कि चोरी चौरा जनाक्रोश दिवस पर मेरा योगदान भी शामिल हो गया है .यह स्लोगन पूरे राष्ट्र के लिए है .मुझे अपने आप पर गर्व है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चोरी चौरा दिवस पर जारी हुए लोगों में मेरे स्लोगन को चयन किया .
Comments
Post a Comment