बख्शी का तालाब इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉक्टर के के शुक्ला उप प्रधानाचार्य व सभी अध्यापकों के सहयोग से वंदे मातरम गायन का वीडियो बनाकर अपलोड कराया गया व प्रभात फेरी का आयोजन किया गया
लखनऊ बख्शी का तालाब इंटर कॉलेज में चौरी चौरा कांड के शहीदों की देश के लिए कुर्बानी को लेकर चोरी चोरा दिवस के रूप में मनाया गया स्वतंत्रता संग्राम के शहीदों को नमन करते हुए वंदे मातरम के पहले छंद का गायन किया गया सरकार के निर्देशों पर चोरी चोरा कांड शताब्दी दिवस महोत्सव के तहत वंदे मातरम गायन का विश्व रिकॉर्ड बनाने को लेकर 3 से 4 फरवरी तक सभी जिलों के थाना कोतवाली स्कूल विद्यालयों मैं वंदे मातरम गायन की व्यवस्था करने के आदेश दिए गए हैं आदेश के तहत चोरी चोरा के स्वतंत्रता संग्राम के शहीदों को नमन करते हुए सेल्यूट की मुद्रा में वंदे मातरम के पहाड़े छंद के गायन का वीडियो बनाकर अपलोड कर भेजना है आदेश के अनुपालन के तहत बख्शी का तालाब इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉक्टर के के शुक्ला वाओ प्रधानाचार्य वह सभी अध्यापकों के सहयोग से वंदे मातरम गायन कर बनाकर वीडियो अपलोड कराया गया व प्रभात फेरी का आयोजन किया गया
अध्याय के रूप में सामाजिक विज्ञान में पाठ्यक्रम जोड़ा जाए
नाइट वन टाइम्स से बातचीत में उप प्रधानाचार्य ने बताया की भारत सरकार के निर्देशों पर सभी विद्यालयों में चौरी चौरा कांड की शहीदों के नाम पर जागरूकता पैदा करने के लिए वंदे मातरम का गायन करके पहले सभी ने अपलोड किया व प्रभात फेरी का आयोजन किया गया बच्चों के द्वारा सभी अध्यापकों ने उस में सहयोग किया सभी जनों आम लोगों के को यह बताया गया उनके अंदर यह जागरूकता पैदा की गई की इन शहीदों ने देश की आजादी के लिए कितनी कुर्बानी आती हैं वंदे मातरम गायन लोड करने का कारण बताते हुए उन्होंने कहा कि इसमें बच्चों को यह बताया गया कि इतिहास को पुनः दोहराया गया जो एक छुपा हुआ अध्याय था चौरी चौरा कांड की जो स्मृतियां थी उन को पुनः जागृत किया गया अमरदीप शहीदों इस लोगों को जागृत करने के लिए सरकार ने बच्चों के माध्यम से सभी विद्यालयों में प्रभातफेरी का आयोजन किया कि इन शहीदों ने इंसान क्या कुर्बानी की कैसे हमें आजादी मिली हर बच्चे विशेष रूप से यह जाने की इन शहीदों में क्या बलिदान किया जिससे उनके अंदर भी वीर रस भर जाए जिससे मातृभूमि का प्रेम पैदा हो उन्होंने अपनी बात में सरकार से अपील की की इसको अध्याय के रूप में सामाजिक विज्ञान में पाठ्यक्रम जोड़ा जाए जैसे यह अस्थाई स्मृति बन बन जाए
इसी क्रम में भूगोल के अध्यापक रविंद्र सिंह ने कहा कि स्वाधीनता के लिए स्वतंत्रता सेनानी जो चौरी चौरा में शहीद हुए थे आमजन को उनके आदर्शों पर चलने के लिए प्रेरित किया गया
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