चयन आयोग की परीक्षा, गन्ना पर्यवेक्षक में चंद्रभानुमहाविद्यालय की छात्राओं ने मारी बाजी.



उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की परीक्षा, गन्ना पर्यवेक्षक में चंद्रभानु गुप्ता कृषि स्नातकोत्तर महाविद्यालय की छात्राओं ने मारी बाजी.

आज अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की बहुप्रतीक्षित परीक्षा गन्ना पर्यवेक्षक का अंतिम परिणाम जारी हुआ है, जिसमें चंद्र भानु गुप्ता कृषि स्नातकोत्तर महाविद्यालय से  छात्राओं में प्रिया सिंह, रशपाल कौर, सोनम शर्मा, पूजा सिंह तथा छात्रों में पवन यादव मोहित दीक्षित, आदर्श कुमार सिंह तथा संजय यादव का चयन हुआ है महाविद्यालय की तरफ से इन छात्र-छात्राओं को बधाई देते हुए डॉ सत्येंद्र कुमार सिंह ने बताया कि महाविद्यालय के लिए या गौरवमई क्षण है एवं विद्यालय प्रबंधन कमेटी अब लोक सेवा आयोग तथा अधीनस्थ चयन आयोग की कृषि संबंधित नियुक्तियों को ध्यान में रखते हुए महाविद्यालय स्तर से ही अपने छात्र छात्राओं को तैयार करने का प्रयास करेगा पूर्व में भी महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने विभिन्न परीक्षाओं में सफलता प्राप्त की है. महाविद्यालय के संस्थापक प्रबंधक बाबू भगवती सिंह एवं प्राचार्य प्रोफेसर योगेश कुमार शर्मा ने सभी चयनित छात्र-छात्राओं को बधाई दी है.



वही नाइन वन टाइम्स ने पास हुए अभ्यर्थियों से बातचीत की बातचीत के दौरानर छपाल कौर पंजाब से चंद्र भानु गुप्ता कृषि स्नातकोत्तर महाविद्यालय  में बीएससी कृषि की डिग्री लेने आई थी रछपाल कौर ने बताया कि जब मैं कॉलेज में आई तो यहां का माहौल बहुत अच्छा था हमारी शादी भी हो चुकी थी तमाम प्रकार का संकोच भी लगता था जिम्मेदारियां थी लेकिन मैंने लगन मेहनत और परिश्रम से पढ़ाई की और महाविद्यालय के कीट विज्ञान विभाग के प्राध्यापक डॉक्टर सत्येंद्र कुमार सिंह ने समय-समय पर हमें बहुत मार्गदर्शन दिया जिससे मैं आज सफल हुई हूं.


संजय कुमार यादव

छात्र ने बताया कि मैं  बख्शी का तालाब का रहने वाला हूं,अपनी खेती का काम पढ़ाई लिखाई के साथ देखता था पिताजी हमारे किसान है समय पर हमें स्कूल जाना होता था क्योंकि यदि लेट हो जाता था तो गेट से हमें वापस कर दिया जाता था तो मैं समय का बहुत ही पंक्चुअल था और महाविद्यालय के अध्यापन कार्य और वहां की प्रशासनिक व्यवस्था अनुशासनात्मक ढंग जो था वह बहुत अच्छा था जिससे मैं आज सफल हुआ हू.



शैलेंद्र कुमार कुशवाहा

शैलेंद्र कुमार कुशवाहा एक छोटे परिवार का बहुत ही जुझारू छात्र था इसने बहुत परिश्रम किया उन्होंने बताया कि घर से बहुत कम पैसा मिलता था और मैं महाविद्यालय की लाइब्रेरी में बैठकर खूब पढ़ाई करता था और महाविद्यालय के डॉक्टर एस के सिंह सर का मार्गदर्शन रहता था साथ में सुनील कुमार कनौजिया जी हमें समय-समय पर मार्गदर्शन करते रहते थे जिससे मैं आज यहां तक पहुंचा हूं.



पवन कुमार यादव

पवन कुमार यादव ने बताया कि मैं बख्शी का तालाब के अकबरपुर गांव का रहने वाला था साइकिल से समय पर महाविद्यालय पहुंचता था पिताजी हमारे दूध का काम करते थे कभी-कभी दूध ले कर के भी हमें मंडी जाना पड़ता था लेट हो जाता था तो इसके सर डांटते थे लेकिन जब मैं यह बताता था कि सर मैं दूध लेकर के मंडी चला गया था तो वह बहुत प्रोत्साहित करते थे और कहते थे कि ठीक है खूब मेहनत से पढ़ो मैंने छोटे लोहिया लाइब्रेरी बख्शी का तालाब में दो-तीन घंटा में पढ़ने जाता था जिसका हमें लाभ मिला.

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