मौसम के उतार चढ़ाव से किसानों की बड़ी परेशानी।







फसल गिर जाने से 50 से 70 प्रतिशत तक नुकसान होने की‌ संभावना होती  है। 

बख्शी का तालाब  शुक्रवार शाम अचानक मौसम में परिवर्तन होने से  कुछ क्षेत्रों में गरज चमक के साथ हल्की बारिश तथा तेज हवा चलने से फसलों को नुकसान होने का अनुमान है। तेज हवा से गेहूं की फसल गिरने का अधिक खतरा रहता है, फसल गिर जाने से 50 से 70 प्रतिशत तक नुकसान होने की‌ संभावना होती  है। जिले के काकोरी, मलिहाबाद एवं माल एवं  इटौंजा के कुछ क्षेत्रों में आम की फसल के ऊपर किसान इस समय कीटनाशकों का छिड़काव कर रहे हैं मौसम में परिवर्तन होने से कीटनाशक का प्रभाव बिल्कुल समाप्त हो जाएगा और फसल के ऊपर कीटों की संख्या बढ़ेगी और आम की फसल इस से बहुत प्रभावित होगी।  



चंद्र भानु गुप्ता कृषि स्नातकोत्तर महाविद्यालय बक्शी का तालाब लखनऊ के सहायक आचार्य डॉ सत्येंद्र कुमार सिंह ने बताया कि आम की फसल पर मौसम के उतार चढ़ाव से आम के भुंनगा कीट का प्रकोप अधिक होगा। इसे प्रबंधित करना बहुत जरूरी है यदि इसका समय से प्रबंधन नहीं किया जाता तो किसान  का अधिक नुकसान होगा। इसको प्रबंधित करने के लिए इमिडाक्लोप्रिड कि 0.5 एम एल   मात्रा को 1 लीटर पानी के दर से घोल बनाकर छिड़काव लाभदायक होगा। बेमौसम बरसात हो जाने के कारण जायद में कद्दू वर्गीय  सब्जियों तथा तरबूज एवं खरबूजा की बुवाई लेट हो जाएगी और किसानों को अधिक निगरानी करनी होगी।

Comments