- मनोविकार के बहुत से कारक है, जिसमे अनुवांशिकता ,कमजोर व्यक्तित्व, सहनशीलता का अभाव बाल्यावस्था की असामर्थ्य सम्मिलित है
कानपुर। आज कानपुर के स्वरूप नगर स्तिथ इरा मनोरोग निदान केंद्र में मानसिक समस् याओं को लेकर निःशुल्क शिविर का आयोजन किया गया इस आयोजन की अध्यक्षता कर रहीं डॉक्टर इरा त्रिपाठी ने बताया कि मनोविकार के बहुत से कारक है, जिसमे अनुवांशिकता ,कमजोर व्यक्तित्व, सहनशीलता का अभाव बाल्यावस्था की असामर्थ्य सम्मिलित है,उन्होंने बताया कि आम तौर पे लोग मेन्टल हेल्थ के बारे में खुलकर बात नही करते उन्हें डर लगता कि लोग उन्हें पागल नही समझ ले,उनके दिल में एक तरह का डर और झिझक सी बानी रहती है, जानकरी का अभाव हमे तमाम बीमारियों की तरफ ले जाता है,उन्होने कहा कि तमाम मानसिक बीमारियों का इलाज किया जा सकता है,औऱ उसके बाद मरीज अपनी ज़िंदगी को जी सकता है,जिसमे डिप्रेशन के लिए कॉग्निटिव थेरेपी (सी. बी.टी.)एक मुख्य चिकित्सा पद्धति है इसके लिए अच्छे मनोवैज्ञानिक से इलाज करवाना चाहिए
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