समाजवादी चिंतक जनेश्वर मिश्र के 89 वें जन्मदिवस पर श्रद्धेय बाबू भगवती सिंह द्वारा स्थापित जनेश्वर मिश्र सार्वजनिक पुस्तकालय में समाजवादी पार्टी के जगदीप सिंह यादव सदस्य राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने माल्यार्पण कर उन्हें याद किया। श्रद्धेय बाबू भगवती सिंह एवं जनेश्वर मिश्र ने राजनीति के शुरुआती दिनों में लिला निवास पान दरीबा में रहते थे उस समय आप लोगों के पास पैसा नहीं होता था पैदल काफी हाउस तक आना जाना होता था। काफी हाउस में उस समय सभी राजनीतिक दलों का अड्डा होता था। बाबू भगवती सिंह के निजी सचिव धीरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि बाबू भगवती सिंह एवं जनेश्वर मिश्र 1952 में राजनीति में आए थे सन् 1957 में दोनों लोग लखनऊ जेल में 6 महीने तक बंद रहे अंग्रेजी हटाओ आंदोलन तथा अंग्रेजों की मूर्तियों को तोड़ने 3 महीने की सजा हुई थी जनेश्वर जी डॉ लोहिया के निजी सचिव थे और योजन सभा के राष्ट्रीय महासचिव थे। बाबू भगवती सिंह एवं जनेश्वर मिश्र सन् 1963 से लेकर के कई वर्ष तक साथ-साथ सोशलिस्ट पार्टी के संयुक्त मंत्री उत्तर प्रदेश रहे। चंद्रभानु गुप्त कृषि स्नातकोत्तर महाविद्यालय के मीडिया प्रभारी डॉ सत्येंद्र कुमार सिंह ने बताया मिश्र जी का बख्शी का तालाब से बहुत ही लगाव था और बाबू भगवती सिंह जी के साथ उन्होंने क्षेत्र के प्राकृतिक सौंदर्य को बढ़ाने एवं शिक्षा जगत को मजबूत करने तथा आसपास के छात्र-छात्राओं को पुस्तकालय की व्यवस्था के बारे में सोचा करते थे उनके ना रहने के बाद श्रद्धेय बाबू भगवती सिंह ने बख्शी का तालाब मे उनके नाम से पुस्तकालय बनवाया था जिसमे आज क्षेत्र के छात्र-छात्राएं लाभान्वित हो रहे हैं। इस पुस्तकालय में प्रतिदिन कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए दर्जनों की संख्या में छात्र पढ़ने आते हैं। अवसर पर वयोवृद्ध नेता एवं समाजवादी कार्यकारिणी समिति के सदस्य जगदीप सिंह यादव विधानसभा अध्यक्ष विदेश पाल यादव पूर्व सचिव दिनेश सिंह, जिला सचिव समाजवादी पार्टी डॉ बैजनाथ रावत, नंदकिशोर शर्मा, राम प्रकाश यादव आशुतोष यादव, कृषि महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर योगेश कुमार शर्मा बख्शी का तालाब इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ केके शुक्ला, डॉक्टर आनंद कुमार सिंह, शिवमंगल चौरसिया, सुधीर रघुवंशी सहित कर्मठ समाजवादी कार्यकर्ताओं ने श्रद्धा सुमन अर्पित किया।
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