तहसीलदार का कहना है कि सरकारी तालाब पाटकर भू माफियाओं ने प्लाटिंग कर दी वहीं कुछ लोगों को कल तक का समय दिया गया है।
एक बार फिर केडीए का बुलडोजर गरजा। मसवानपुर पुरानी बस्ती में तालाब की जमीन पर चल रहे अवैध निर्माण को केडीए की टीम ने पुलिस बल की सहायता से खाली कराया। इस दौरान निर्माण कर रहे लोगों ने विरोध किया।अधिकारियों को रजिस्ट्री और दाखिल खारिज की कॉपी भी दिखाई। बीस हजार रुपए गज के हिसाब से लोगों ने कराई है रजिस्ट्री लेकिन अधिकारियों ने उनकी एक नहीं सुनी और चल रहे निर्माण कार्य की ध्वस्त कर दिया। तहसीलदार अर्चना अग्निहोत्री के साथ पुलिस फोर्स ने अतिक्रमण गिराया तहसीलदार का कहना है कि सरकारी तालाब पाटकर भू माफियाओं ने प्लाटिंग कर दी वहीं कुछ लोगों को कल तक का समय दिया गया है।
6 करोड़ कीमत की जमीन खाली कराई
केडीए वीसी अरविंद सिंह ने बताया कि केडीए के स्वामित्व की जमीनों पर लोगों ने अवैध रूप से घर बना लिए थे। कब्जेदारों का कहना है कि ओ पी श्रीवास्तव से जमीन खरीदी थी करीब 6 करोड़ रुपए कीमत की 5000 वर्ग मीटर को कब्जामुक्त कराया गया है। सरकारी तालाब की जमीन को पाट कर अवैध तरीके से प्लाटिंग कर ली थी। निर्माण कर रहे लोगों को पहले ही नोटिस दी जा चुकी थी। कई लोगों ने अपने दो मंजिला मकान तक बना लिए थे। जिनका केडीए में वाद चल रहा है।
लोगों ने कहा कोई नोटिस नहीं मिला
छूटे मकानों पर भी जल्द ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जाएगी। वहीं प्लाट मालिक शांति देवी, शाहिद, रहीस राजश्री का कहना है की उन्होंने इस जमीन जमीन मालिक से खरीदा था। इसकी रजिस्ट्री और दाखिल खारिज भी है। उन्हें कोई नोटिस भी नहीं दिया गया है। बिना पूर्व ने जानकारी दिए उनके निर्माण गिरा दिए गए हैं। मेहनत की कमाई से खरीदी जमीन पर बुलडोजर चलता देख लोगों ने आंसू बहाए ।
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