कानपुर का जाम ले सकता है मरीज की जान मुख्यमंत्री ने की वह टेंपो टैक्सी स्टैंड हटाने के आदेश

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मुख्य मंत्री ने जिले में अवैध टैक्सी बस व रिक्शा स्टैंड संचालित नहीं होना चाहिए
दक्षिण क्षेत्र से अपने मरीज को लेकर कॉर्डियोलॉजी या हैलट अस्पताल की ओर जा रहे है तो रास्ते में लगने वाले जाम की वजह से मरीज की सांसें फूल सकती है। झकरकटी से घंटाघर की ओर जा रहे है तो ट्रेन भी छूट सकती है। क्योंकि नगर के प्रमुख चौराहों पर अतिक्रमण व अराजकता की वजह से लोगों को दिन से लेकर रात तक जाम से जूझना पड़ता हैं। 


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को ट्वीट के माध्यम से अधिकारियों को निर्देश दिया। कहा कि जिले में अवैध टैक्सी बस व रिक्शा स्टैंड संचालित नहीं होना चाहिए। ऐसे स्टैंड अवैध वसूली होने को बढ़ावा देते है। जहां कहीं भी ऐसी गतिविधियां संचालित हो रही हों उन्हें तत्काल बंद कराया जाए। टैक्सी स्टैंड के लिए ठेकेदार स्थान निर्धारित करे और शहरों में ई-रिक्शा के लिए रूट तय किया जाए।
शहर के प्रमुख चौराहा गोविंद नगर, सचान चौराहा, रामादेवी, बर्रा, नौबस्ता,कल्याणपुर, रावतपुर,जीएसवीएम मेडिकल पुल के नीचे, फूलबाग, टाटमिल, मूलगंज, जरीबचौकी, टाटमिल, अफीमकोठी के पास आदि चौराहें अतिक्रमण की भेंट चढ़ चुके है। इन सभी चौराहों पर प्राइवेट बस ऑटो व टेंपो चालकों की वजह से अराजकता देखने को मिलती है। इसमें ई-रिक्शा तो आग में घी डालने की तरह काम कर रहे हैं। जो बीच सड़क पर रिक्शा रोककर सवारी भरने का काम करते है और इनके पीछे वाहनों की लंबी कतार लगती चली जाती है और जाम लगने लगता है

वाहन चालकों के टोकने या किनारे कर सवारी बैठाने के लिए बोलने पर यह सभी चालक अपने साथियों के साथ मिलकर मारपीट करने तक उतारू हो जाते है। इसमें यातायात विभाग और संभागीय परिवहन विभाग की लापरवाही भी साफ देखने को मिलती है। विभाग ने प्राइवेट बस ऑटो टेंपो ई-रिक्शा आदि सवारी वाहनों के लिए स्थाई स्टैंड का बंदोबस्त नहीं कर रखा है जिस कारण वह अपने मनमर्जी के मुताबिक ही सवारी वाहनों को खड़े कर सवारी भरते है और सवारी के बोलने पर उनको आधे रास्ते पर ही उतार देते है। कई अवैध स्टैंडों पर वसूली भी की जा रही हैं।

अवैध रूप से संचालित हो रहे अवैध टैंपो व बस स्टैंडों के खिलाफ मंगलवार को प्रदेश के मुखिया सख्त दिखाई दिए थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसी भी जनपदों में अवैध स्टैंड संचालित न किए जाने का आदेश जारी किया। आदेश जारी होने के बाद शहर में यातायात विभाग, नगर निगम व आरटीओ विभाग एक्शन में आए और इन पर नकेल कसने के तैयारी की।

शहर के प्रमुख चौराहों पर लगने वाले अवैध टैक्सी स्टैंड, बस स्टैंड सड़कों पर अराजकता मचाते हैं। मुख्य मार्गों में बीच सड़क तक टैम्पो व बस को खड़ी कर संचालक सवारियां भरवाने का काम करते है। इसके साथ ही स्टैंडों के माध्यम से अवैध वसूली को भी बढ़ावा मिलता है और अधिकांश बार इन स्टैंडों पर कब्जे को लेकर विवाद भी होता रहता है। इसके साथ ही शहर में ई-रिक्शों की अराजकता जाम व हादसों का एक प्रमुख कारण बन गई है। प्रमुख चौराहों पर सड़क के बीचों बीच ई-रिक्शा चालक मनमानी करते हुए सवारियां भरने लगते है। रात के समय बैटरी कम खर्च हो इसके लिए रिक्शा चालक लाइटें बंद कर सड़क पर ई-रिक्शा दौड़ाते है जिससे आए दिन हादसे होते रहते हैं। इन सब मामलों को संज्ञान में लेते हुए सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने आदेश जारी किए थे। लेकिन इसके बावजूद शहर को जाम से निजात नहीं मिल सकी हैं

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