अपर आयुक्त राजीव पाण्डेय ने जनता संवाद समन्वय और संवेदनशीलता का दिया मंत्र बोले हमारे चरित्र में शामिल होना चाहिये विन्रमता की ताकत

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 जनता से निकटता और संवाद जरूरी विनम्रता की भावना एक ताकत है हमारे चरित्र में शामिल होना चाहिये विन्रमता की ताकत

बस्ती। बस्ती मंडल में तैनात प्रदेश के चर्चित और तेज तर्रार अपर आयुक्त राजीय पाण्डेय पीसीएस प्रशासनिक सेवा के साथ साथ मुख्य रूप से पब्लिक सेवा में काफी रुचि रखते है। दैनिक रियल म्यूज अनुसार राजीव पाण्डेय जी ने बताया की हम एक ऐसा देश बन गए हैं जहाँ विनम्र नेता को कमजोर और आप्रभावी मानकर दरकिनार कर दिया जाता है। हमारे देश की संस्थाओं में मौजूद आस्था का संकट हर दिन बढ़ता जा रहा है. जिन लोगों को हमने नेतृत्व करने के लिए चुना है. ये अपनी विनम्रता की कमी से इस आग में घी डालने का काम कर रहे हैं। ये यह पहचानने में विफल रहते है कि किसी और के पास ऐसा विचार हो सकता है जो काम कर सकता है, और वे किसी भी ऐसे विचार या व्यक्ति को नष्ट करने का प्रयास को है जो जीवन को उनके जैसा नहीं देखता। इस तरह का लगातार हमला कंवल उन संस्थाओं में निराशा को बढ़ाता है जो हमारे समाज की काम करने देती हैं। जब इन संस्थाओं पर लगातार हमला होता है, तो इसमें कोई आश्चर्य नहीं है कि लोगों का इस देश की दिशा और नेतृत्व में विश्वास खाथ हो गया है। आपको बताते चले की पढ़ाई लिखाई में बेहद होशियार मेधावी और कुशाग्र बुद्धि होने के साथ ही हर परीक्षा में टॉपर रहने वाले राजीव पाण्डेय के लिए मह स्वाभाविक था की करियर के रूप में वे शिक्षा जगत से ही जुड़ते, ऐसा हुआ भी। यह लेक्चरर भी बन गए। ग्वालियर संभाग में यह लेक्चरर रहे । उनका पढ़ाने और लडको की गाइड करने का अंदाज इस कदर उल्लेखनीय है की उनके पढ़ाए हुए 17 छात्र आज डॉक्टर है। लेकिन कुछ समय बाद ही उन्हें ऐसा जुनून चढ़ा की पब्लिक सेवा करने का मन बना लिया। नतीजा यह निकला कि यह पब्लिक सेवा से निकल कर प्रशासनिक सेवा में आ गए। राजीव पाण्डेय जी ने अंत में बताया की नम्रता एक ऐसी चीज है जिसे कई लोग कमजोरी मानते हैं. हालांकि, इसके विपरीत सच यह है की नम्रता या विनम्रता की भावना एक ताकत है जिसे हमारे चरित्र में शामिल किया जाना चाहिए। एक विनर्म भावना यह है जो हमें अपने आस-पास की दुनिया के साथ तालमेल बनाए रखने में मदद कराती है।

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